Bikhra - Jayanshul Gami 

Bikhra
Singer Jayanshul Gami
Singer Yash Deshmukh & Karan Patel
Song Writer Shoaib Firozi, Imran Khan

Bikhra Hindi lyrics 

टूट के बिखरा मै इसकदर 
जैसे सहिल पर मिटटी का हो घर 

टूट के बिखरा मै इसकदर
जैसे हो बीते लम्हों का ये असर 

ऐसी भी हुई मुझसे क्या खता 
किस डर पे न मुझको मिली पन्हा 
ऐसी भी हुई मुझसे क्या खता 
किसी डर पे न मुझको मिली पन्हा 

बस यही उम्मीद पे मै हु जी रहा 
मिलेगी किसी मोड़ पर जीने की वजह 

ये खुदा तू ही रहनुमा 
तू ही रहबर सुन ले मेरी सदा 

टूट के बिखरा मै इसकदर 
जैसे सहिल पर मिटटी का हो घर 

राते मेरी तन्हा है 
तन्हा है हर शहर 

सदियों सा हर लम्हा 
तन्हा है हर सफर 

चाहू पितो में मुस्का न सकू
हाथो की लकीरों से और कितना लडू 

ये खुदा तू ही है असरा 
दर्द हा बयां 
क्या है तेरी रजा 

मेरे अस्को से पूछूँ 
क्या मैंने खोया है 
सुनकर मेरी कहानी 
सुनकर मेरी कहानी

बदल भी रोया है 
बस यही उम्मीद पे मै हूँ जी रहा 
मिलेगी किसी मोड़ पर जीने की वजह 

ये खुदा तू ही रहनुमा 
तू ही रहबर सुन ले मेरी सदा